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एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद… | Gulzar Quotes in Hindi

Gulzar Quotes in Hindi | यहां पर आपको गुलजार कोट्स | Gulzar Shayari in Hindi | गुलजार शायरी | Gulzar Shayari on Life | Gulzar Shayari on love | Motivational Gulzar Shayari | Gulzar Motivational Quotes | zindagi Gulzar Hai | इत्‍यादी पढने को मिलेंगे |

गुलजार साहाब के कोट्स और शायरी आपने कई बार पढी होगी, सोशल मिडीया और इंटरनेट पर उन्‍हे कई बार सर्च किया जाता है | गुलजार साहाब का असली नाम संपूर्णसिंह कालरा है लेकीन उन्‍हे सभी गुलजार नाम से ही जानते है | गुलजार साहाब, गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्‍म निर्देशक तथा नाटककार है |

गुलजार साहाब को 2004 में भारत के सर्वोच्‍च सम्‍मान पद्मभुषण से नवाजा जा चुका है | एक फिल्‍म स्‍लम डॉग मिलेनिअर के गित “जय हो” के लिए उन्‍हे सर्वश्रेष्‍ठ गीत का ऑस्‍कर पुरस्‍कार भी मिल चुका है | इस गीत के लिए उन्‍हे ग्रैमी पुरस्‍कार से भी सम्‍मानीत किया गया है |

लेकीन आप जो इस वेबसाईट पर आए है वह उनके कोट्स पढने के लिए तो उनके कोट्स भी नीचे दिए है | गुलजार साहाब के सभी कोट्स और शायरी पढने जैसी होती है उनके कोट्स अपनेपन का एहसास दिलाते है | ऐसा लगता है मानो आसपास की सच्‍ची कहानी वो बयान कर रहे हो | चलिए उनके कुछ प्रसिध्‍द कोट्स पढते है |

Gulzar Quotes in Hindi

  • ज़िंदगी में हजारों लोग आवाज देंगे, मगर वही बैठना जहां बैठकर अपनेपन का एहसास हो…
  • हर रोज गिर कर भी मुकम्मल खड़े है, ए-ज़िंदगी देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े है ।
  • कुछ रिश्तो में मुनाफा नहीं होता। पर जिंदगी को अमीर बना देते हैं।
  • ख्वाबों के पीछे ज़िंदगी उलझा ली इतनी कि, हकीकत में रहने का सलिका ही भूल गए हम।
  • कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं, और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता।
  • जिंदगी छोटी नहीं होती है। लोग जीना ही देरी से शुरू करते हैं।
  • चाहता हूँ मासूम बने रहना पर, ये ज़िंदगी है कि समझदार किए जाती है।
  • तमाशा जिंदगी का हुआ, कलाकार सब अपने निकले।
  • इतना क्यों सिखाये जा रही है ज़िन्दगी, हमें कौन सी सदियाँ गुज़ारनी है यहाँ।
  • हजारों उलझने है राहों में, और कोशिशें बेहिसाब, इसी का नाम है ज़िंदगी, बस चलते रहिए जनाब।
  • बिना मोबाइल खाली हाथ नजर आ जाए कोई, तो खामखा ही हाथ मिलाने को जी करता है…
  • एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद, दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं।
  • थोड़ा सुकून भी ढूंढिए जनाब, यह जरूरतें तो कभी खत्म नहीं होती…
  • तजुर्बा बता रहा हूं दोस्त, दर्द, गम, डर जो भी हैं, बस तेरे अंदर हैं, खुद के बनाए पिंजरे से निकलकर देख तू भी एक सिकंदर है…
  • लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है मेरा तुमसे…. मगर कह बैठी कुछ निगाहे तो खफा मत होना….
  • मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता हूँ मगर… रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है ।
  • बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला, जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं।
  • मैं दिया हूँ ! मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं, हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।
  • ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ, बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं।
  • भीड़ काफी हुआ करती थी महफ़िल में मेरी.. फिर मैं सच बोलता गया और लोग उठते चले गए !
  • कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं।
  • ज़िन्दगी तुझसे एक सबक़ सीखा है मैंने, वफ़ा सबसे करो लेकिन वफ़ा की उम्मीद किसी से न करो.
  • मुश्किल वक़्त में भी जिसने मुस्कुराना सीख लिया दुनिया की कोई ताकत उसे हरा नहीं सकती
  • मीलो का सफर, पल में बर्बाद कर गया, उसका ये कहना… कहो कैसे आना हुआ !
  • अगर आँसुओ की किम्मत होती, तो कल रात का तकिया अरबों का होता ।

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